Configuring Inter-VLAN Routing in Hindi | CCNA Hindi | Kratine

Inter-VLAN कैसे बनाये

आप तो जानते ही होंगे कि बाय डिफ़ॉल्ट same vlan के कंप्यूटर ही आपस में communication कर सकते है | इसे थोडा बदलने के लिए और अलग अलग vlans में communication करवाने के लिए हमें Inter vlan को लगाना पड़ेगा या कॉन्फ़िगर भी बोल सकते है, और इसके लिए आपको router या फिर लेयर 3 switch कि जरुरत पड़ती है |
अगर आप चाहते है कि router के FastEthernet इंटरफ़ेस पर ISL OR 802.1q Routing काम करे तो router के इस इंटरफ़ेस को लॉजिकल interfaces में बांटना पड़ेगा, हर vlan के लिए अलग |
इस तरह के लॉजिकल interfaces को subinterfaces कहा जाता है | आप एक फ़ास्ट ईथरनेट और gigabit ईथरनेट इंटरफ़ेस को ही encapsulation के साथ trunk बना सकते है | 
ध्यान दीजिये यहाँ पर मैंने cisco का 2911 router को काम में लिया है और ये सिर्फ 802.1q को ही सप्पोर्ट करता है | अगर आपको isl encapsulation काम में लेना है तो आपको कोई पुराना router काम में लेना होगा |

ये subinterfaces सिर्फ locally महत्व रखते है तो इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपने कौनसा इंटरफ़ेस काम में लिया है | क्योंकि sub interfaces सिर्फ एडमिनिस्ट्रेटिव पर्पस के लिए ही काम लिया जाता है |

बस वास्तव में आपको ये समझना जरुरी है कि हर vlan अपने आप में अलग subnet होता है | थोडा upstream routing के बारे में बात करते है | ये टर्म router on a stick के बारे में है ये router आपको inter vlan routing तो प्रोवाइड करवाता ही है साथ ही साथ switch के द्वारा अपस्ट्रीम ट्रैफिक को कॉर्पोरेट नेटवर्क के दुसरे हिस्सों और इन्टरनेट में भेजने का काम भी करता है |

1 comments:

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